मंगलवार, 25 दिसंबर 2018

वर्ष 2019, जानिए किसकी किस्मत के सितारे चमकेंगे, पढ़ें 12 राशियां

हर नए साल में हम अपना भविष्यफल जानना चाहते हैं। यह साल हमारे जीवन के लिए, करियर के लिए, प्यार, व्यापार, शादी के लिए, कोर्ट-कचहरी, परीक्षा, नौकरी, सेहत और खुशियों के लिए क्या लाया है, इसे जानने में सबकी दिलचस्पी रहती है। आइए हम भी जानें साल 2019 हमारी राशियों के लिए क्या सौगात लाया है?



मेष राशि 2019

इस साल मेष राशि के जातकों की सेहत अस्थिर रह सकती है। मिश्रित परिणाम मिलेंगे। आपको करियर में मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। आप अपने उत्कृष्ट प्रयासों से उन्नति करेंगे। नौकरी में पदोन्नति की संभावना है। करियर को आगे ले जाने में
किस्मत भी भरपूर साथ देगी। साल की शुरुआत से ही आप अपने कार्य में जमकर मेहनत करेंगे जिसका आगे चलकर आपको लाभ मिलेगा। आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव की परिस्थितियां नज़र आएंगी। साल की शुरुआत में आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत तो रहेगी परंतु इस समय आपके ख़र्चों में वृद्धि होगी। अचानक अनावश्यक ख़र्चों की संख्या बढ़ जाएगी। यदि इस पर कंट्रोल नहीं किया गया तो यह आपको आर्थिक संकट की ओर ले जा सकती है। साल के मध्य (जून-जुलाई) में आपका क़ारोबार गति पकड़ेगा जिससे आपको आर्थिक लाभ होगा। प्रेम जीवन कोई ख़ास बदलाव नहीं आएगा। अपने रिश्ते को ख़ास बनाए रखने के लिए आपको प्रेम में पारदर्शिता लानी होगी।

वृषभ 2019

इस वर्ष ख़ान-पान पर विशेष ध्यान दें। स्वस्थ्य भोजन ही ग्रहण करें। करियर में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। करियर में उतार-चढ़ाव की परिस्थितियां आएंगी और अच्छे परिणामों को पाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। हालांकि इस वर्ष आप अपने करियर को लेकर अधिक गंभीर नज़र आएंगे और करियर में अपना मुकाम पाने के लिए जी तोड़ मेहनत भी करेंगे। आर्थिक जीवन सामान्य से बेहतर रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार तो होगा परंतु आपके ख़र्चों में भी वृद्धि की संभावना है। यदि आपने बेवज़ह के ख़र्चों पर लगाम नहीं लगाया तो आपकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। वैसे इस वर्ष आपकी आमदनी में भी वृद्धि होगी। आय के नए स्रोतों का सृजन होगा। अप्रैल के मध्य से मई के मध्य तक आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और जून में भी यह सिलसिला जारी रहेगा।

मिथुन 2019

इस वर्ष आपको स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। परंतु साल के प्रारंभ यानी जनवरी में आपको अपनी सेहत को लेकर थोड़ा सावधान रहना होगा। इस समय आपको त्वचा से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यह साल आपके करियर के लिए सामान्य रहने का संकेत दे रहा है। हालांकि यदि आप कड़ी मेहनत करते हैं तो यह साल आपके करियर के लिए अच्छा हो सकता है। आपको अपने काम में पूरा फोकस करना होगा। करियर में आगे बढ़ने के लिए आपको नए-नए विचारों को सृजन करना होगा। वरिष्ठ कर्मियों की सलाह भी आपके काम आएगी। इस वर्ष आपको आर्थिक जीवन में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। व्यापार में नए-नए आइडिया आपके आर्थिक लाभ को बढ़ाने में मदद करेंगे। इस वर्ष आप धन एकत्रित करने में सफल रहेंगे। हालांकि बिजनेस के विस्तार हेतु आपको घर से दूर जाना पड़ सकता है। आपको आर्थिक जीवन में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं।


कर्क 2019

यह साल कर्क राशि के जातकों के लिए शानदार रहने वाला है। हालांकि स्वास्थ्य के मोर्चे पर सावधान रहने की जरुरत होगी। क्योंकि इस साल आपकी सेहत में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। बात करें करियर की, तो इस साल नौकरी पेशा जातकों को पदोन्नति की सौगात मिल सकती है। फरवरी से मार्च और नवंबर से दिसंबर के बीच आपको नौकरी व व्यवसाय में शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है। वहीं मार्च के बाद आप किसी नये व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं या आप जो बिजनेस कर रहे हैं उसका विस्तार कर सकते हैं। इस साल आपका आर्थिक पक्ष बेहद अच्छा रहने वाला है। क्योंकि इस वर्ष धन लाभ के कई योग बन रहे हैं। मार्च, अप्रैल और मई के महीने धन से जुड़े मामलों के लिए शानदार रहने वाले हैं। इस दौरान आमदनी बढ़ने और धन लाभ होने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धन लाभ के साथ-साथ इस वर्ष आपको धन हानि भी हो सकती है। इसलिए फरवरी से लेकर मार्च के शुरुआती सप्ताह तक धन व पूंजी निवेश संबंधित योजनाएं संभलकर बनाएं।

सिंह 2019

इस वर्ष आपका स्वास्थ्य जीवन अच्छा रहेगा। साल के शुरुआती महीनों में आपको सर्दी-जुकाम की शिकायत रह सकती है। आपको शारीरिक थकान एवं ऊर्जा की कमी महसूस होगी। फरवरी मध्य से आपको स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा। करियर में सफलता पाने के लिए आप लगातार मेहनत करेंगे। करियर में आपको सफल परिणाम मिलेंगे, परंतु इन परिणामों से आप संतुष्ट नहीं दिखेंगे। कार्यक्षेत्र में आपका परिश्रम आपको नई पहचान दिलाएगा। आपको नई जगह नौकरी करने का भी अवसर मिलेगा। साल की शुरुआत में आपको करियर क्षेत्र में बेहतर परिणाम मिलेंगे। इस साल आपको आर्थिक जीवन में छोटी-मोटी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा परंतु इसके बावजूद भी आपको बहुत बढ़िया परिणाम भी मिलेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। फरवरी-मार्च और अप्रैल में आपको धन हानि हो सकती है। इस वर्ष आपका प्रेम जीवन चुनौतीपूर्ण लग रहा है, इसलिए आपको इस साल ज़्यादा सावधान रहने की आवश्यकता होगी। लव पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है अथवा किसी ग़लतफ़हमी के कारण भी रिश्तों में खटास आने की संभावना है।

कन्या 2019

इस वर्ष आपको करियर में मिलजुले परिणाम मिलेंगे। इस क्षेत्र में कई मौक़े आएंगे जिनमें आपको निराश होना पड़ सकता है, वहीं कई मौक़े ऐसे भी होंगे जिनमें जिसमें आपको सफलता का स्वाद मिलेगा। अपनी कुशल संवाद शैली के माध्यम से आप करियर में तरक्की करेंगे। आपका आर्थिक जीवन सामान्य से बेहतर रहेगा और साल की शुरुआत से ही आपको इसका आभास होने लगेगा। जनवरी-फरवरी और मार्च में आपको विभिन्न स्रोतों से आमदनी प्राप्त होगी, परंतु इस समय आपके ख़र्चों में भी वृद्धि की संभावना है। हालांकि परिस्थितियां फिर भी आपके काबू में रहेंगी। साल 2019 आपकी लव लाइफ के लिए मिलाजुला रहेगा। इसमें आपको उतार-चढ़ाव दोनों ही देखने को मिलेंगे। रिश्तों के लिए साल की शुरुआत कुछ ख़ास नहीं है। इस समय आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। नौकरी/व्यवसाय के कारण आपको घर से दूर भी जाना पड़ सकता है।

तुला 2018

इस वर्ष न केवल आपको स्वास्थ्य लाभ मिलेगा बल्कि पुरानी बीमारियों से भी आपको छुटकारा मिलेगा। आपको अपने करियर बहुत ही बढ़िया परिणाम मिलेंगे। मार्च के बाद आपके नए विचार आपको सफल परिणाम दिलाने में सफल रहेंगे। इस समय कार्यक्षेत्र में आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे। सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा परंतु उतना नहीं जितना आप उनसे आशा करेंगे इसलिए आप उनके भरोसे में कतई न रहें। आर्थिक क्षेत्र में आपको उम्मीद से ज़्यादा अच्छे परिणाम मिलेंगे। इस क्षेत्र में भाग्य भी आपका साथ देगा और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए कई अवसर प्राप्त होंगे। इस वर्ष किसी के साथ नए रिश्ते की शुरुआत हो सकती है। लव पार्टनर के साथ आपका बढ़िया तालमेल दिखेगा। आप उनके साथ ट्रिप पर भी जा सकते हैं। मनोरंजन के लिए भी दोनों साथ में कहीं घूमने-फिरने जा सकते हैं। घर की ख़ुशियों से आप आनंदित रहेंगे। साल के मध्य में घर में कोई बड़ी ख़ुशी दस्तक दे सकती है। इस समय घर में मांगलिक कार्यक्रम हो सकता है।

वृश्चिक 2019

आप अपनी फिटनेस की समस्या से जूझ सकते हैं। यदि आपकी सेहत में गिरावट आए तो किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। अपने रोग का त्वरित इलाज कराएं। फ़रवरी- मार्च का महीना आपकी सेहत के लिए थोड़ा नाजुक रह सकता है। वहीं करियर पर नज़र डालें तो आपको इसमें बहुत ही बढ़िया परिणाम मिल सकते हैं। अपने करियर में आपको सफलता मिलेगी और आपके सामने कई सुनहरे अवसर आएंगे। किसी अच्छी कंपनी से आपको नौकरी का प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। करियर को लेकर विदेश जाने की भी संभावनाएं हैं। आर्थिक जीवन के लिए मिलाजुला रह सकता है। इसमें आपको उतार-चढ़ाव देखने मिल सकता है। आपके ख़र्चे और आमदनी में अंतर देखने को मिलेगा, इसलिए अपने आर्थिक जीवन में ख़र्च और आमदनी के बीच तालमेल बनाकर चलें। वहीं प्रेम जीवन के लिए यह साल उत्तम रहेगा। प्रियतम के साथ रोमांस करने का अवसर मिलेगा और रिलेशनशिप में मजबूती आएगी।

धनु 2019

करियर की दृष्टि से यह साल आपके लिए मिलेजुले परिणाम लेकर आएगा। इस वर्ष आपको अपने करियर में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आपको आपकी मेहनत का परिणाम मिलेगा। इस समय नौकरी में आपका प्रमोशन हो सकता है अथवा आपकी सैलरी बढ़ सकती है। वहीं आर्थिक क्षेत्र में परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी। विभिन्न स्रोतों से आपको आर्थिक मदद मिलेगी। पैतृक संपत्ति में वृद्धि होगी। आपके परिजन आर्थिक पक्ष को मजबूत बनाने में आपकी मदद करेंगे। यदि आप कोई व्यापार अथवा क़ारोबार करते हैं तो उसमें आपको आर्थिक मुनाफ़ा होगा। यदि साथी से किसी तरह का विवाद हो जाता है तो विवाद को आगे न बढ़ाएं, बल्कि उसे बातचीत के माध्यम से निपटाएं। माता-पिताजी को स्वास्थ्य संबंधी छोटी-मोटी तकलीफ़ हो सकती है।

मकर 2019

2019 आपके लिए अच्छा रहेगा। हालांकि स्वास्थ्य कारणों से आपको कुछ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन शुरुआत के तीन माह (जनवरी, फरवरी, मार्च) आपकी सेहत दुरुस्त रहेगी। इस समय आप ऊर्जावान महसूस करेंगे परंतु उसके बाद अप्रैल से सितंबर तक आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक जीवन मिलाजुला रहेगा। आपको अंतर्राष्ट्रीय संबंधों से आर्थिक मुनाफ़ा होने की प्रबल संभावना है। यदि आप नौकरी कर रहे हैं तो आपका प्रमोशन अथवा आपको कंपनी की ओर से प्रोत्साहन प्राप्त होगा। अक्टूबर माह भी आपके लिए कई ख़ुशखबरी लेकर आएगा। व्यापार में आपकी उन्नति होगी। लव लाइफ रोमांचक रहेगी। यदि आप अपने लव पार्टनर को लाइफ़ पार्टनर बनाना चाहते हैं तो आपकी यह इच्छा इस वर्ष पूरी हो सकती है।


कुंभ 2019

इस साल आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप निरोगी रहेंगे और खुद को अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे। आपके अंदर जोश, उत्साह और गजब की फुर्ती देखने को मिलेगी। इस साल आपके करियर को ऊंचाई मिलेगी। आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। आपके निर्णय करियर को और भी सुनहरा बनाने में मदद करेंगे। आप अपने अच्छे फ़ैसलों से अपने लिए सुनहरे अवसर निर्माण करेंगे। आर्थिक जीवन शानदार रहेगा। इस वर्ष आपको आर्थिक लाभ के योग हैं। आपके पास धन आएगा जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इस वर्ष आप धन संचय करने में सफल रहेंगे। मार्च के बाद आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगेगा। आमदनी के कई सारे स्रोत होंगे और आप अपने आर्थिक पक्ष को लेकर ख़ुश भी दिखाई देंगे। साल की शुरुआत थोड़ी धीमी रहेगी। मार्च तक आपको प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। परंतु इस अवधि में अपने प्यार पर पूरा भरोसा रखें और अपने प्रियतम का विश्वास न तोड़ें।


मीन 2019

इस वर्ष आपकी सेहत ठीक रहेगी, लेकिन फिर भी आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहना होगा। इस वर्ष आपका करियर ऊंचाई की बुलंदियों को भी छू सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको एक नई पहचान मिलेगी। आपकी छवि एक परिश्रमी, मेहनती और ईमानदार कर्मी की होगी। आपको आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए इस वर्ष अपने आर्थिक पक्ष को लेकर थोड़े सावधान रहें। ज़ोखिम भरे क़दम उठाने से पहले उस पर विचार करें, आपको धन हानि भी हो सकती है। इस वर्ष आप अपने प्रेम को लेकर थोड़े भ्रम की स्थिति में रह सकते हैं। अपनी रिलेशनशिप को लेकर आपके मन में किसी प्रकार की शंका रहेगी। प्रियतम के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी भी हो सकती है।

मंगलवार, 18 दिसंबर 2018

राजस्थानी स्टाइल पापड़ की सब्जी


पापड़ की सब्जी राजस्थान का फेमस व्यंजन  में से एक है पापड़ की सब्जी  बहुत ही कम समय में बन जाती है |
अगर आप इसे बना रहे है तो इसे जब खाना हो तभी बनाये नहीं तो ज्यादा  टाइम रखने पे पापड़ फूल जाती है


सामग्री:-

  • उड़द दाल पापड़ 1
  • तेल  3 चम्मच
  • जीरा 1 चम्मच
  • तेजपत्ता(Bay leaf): 1
  • राई  1 चम्मच
  • हींग  1 चम्मच
  • प्याज प्यूरी  1/2 कप
  • टमाटर प्यूरी  1/2 कप (2 टमाटर )
  • धनिया पाउडर  1चम्मच
  • हल्दी पाउडर  1 चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर  1 चम्मच
  • नमक 1 कप (स्वाद अनुशार)
  • दही 2 चम्मच
  • गरम मशाला  1 चम्मच

पापड़ की सब्जी बनाने की विधि:-

  • पहले एक सॉस पैन लें और इसमें तेल डालें।फिर जीरा के बीज, सरसों के बीज, एसाफेटिडा और चम्मच जोड़ें, फिर सुनहरे भूरे रंग तक भुनाएं।
  •  फिर उसमे प्याज की पूरी डाल दे और उसे भुने
  • प्याज को भून जाने पे उसमे टमाटर का भी प्यूरी डाल दे 
  • धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर और लाल मिर्च पाउडर और 5 मिनट के लिए ग्रिल डाल दें
  • मशाला भुनने में थोड़ा टाइम लगता है इसलिए तब तक मैं पापड़ को फ्राई कर लेते हे
  • यहाँ मशाला भी भूनकर तैयार हो गयी है अब उसमे थोड़ा सा पानी डाल दे और उसे मिलाये 
  • उसमे गरम मशाला, दही और स्वाद अनुशार नमक डाल दे और उसे 2-3 मिनट तक पकाये
  • फिर उसमे पापड़ को तोड़कर डाल दे और कटे हुए धनिया पत्ता को भी डाल दे और उसमे मिलकर गैस बंद कर दे
  • हमारी पापड़ की सब्जी बनकर तैयार हो गयी है 

सोमवार, 10 दिसंबर 2018

दो व्यक्तियोँ की तुलना न करेँ |

दो व्यक्तियोँ की तुलना न करेँ



जब तक दुनिया में हम एक आदमी को दूसरे आदमी से कम्पेयर करेंगे, तुलना करेंगे तब तक हम एक गलत रास्ते पर चले जाएंगे। वह गलत रास्ता यह होगा कि हम हर आदमी में दूसरे आदमी जैसा बनने की इच्छा पैदा करते हैं; जब कि कोई आदमी किसी दूसरे जैसा न बना है और न बन सकता है।

राम को मरे कितने दिन हो गए, या क्राइस्ट को मरे कितने दिन हो गए? दूसरा क्राइस्ट क्यों नहीं बन पाता और हजारों-हजारों क्रिश्चिएन कोशिश में तो चौबीस घंटे लगे हैं कि क्राइस्ट बन जाएं। और हजारों हिंदु राम बनने की कोशिश में हैं, हजारों जैन, बुद्ध, महावीर बनने की कोशिश में लगे हैं, बनते क्यों नहीं एकाध? एकाध दूसरा क्राइस्ट और दूसरा महावीर पैदा क्यों नहीं होता? क्या इससे आंख नहीं खुल सकती आपकी? मैं रामलीला के रामों की बात नहीं कह रहा हूं, जो रामलीला में बनते हैं राम। न आप समझ लें कि उनकी चर्चा कर रहा हूं, कई लोग राम बन जाते हैं। वैसे तो कई लोग बन जाते हैं, कई लोग बुद्ध जैसे कपड़े लपेट लेते हैं और बुद्ध बन जाते हैं। कोई महावीर जैसा कपड़ा लपेट लेता है या नंगा हो जाता है और महावीर बन जाता है। उनकी बात नहीं कर रहा। वे सब रामलीला के राम हैं, उनको छोड़ दें। लेकिन राम कोई दूसरा पैदा होता है?

यह आपको जिंदगी में भी पता चलता है कि ठीक एक आदमी जैसा दूसरा आदमी कहीं हो सकता है? एक कंकड़ जैसा दूसरा कंकड़ भी पूरी पृथ्वी पर खोजना कठिन है, एक जड़ कंकड़ जैसा-यहां हर चीज यूनिक है, हर चीज अद्वितीय है। और जब तक हम प्रत्येक की अद्वितीय प्रतिभा को सम्मान नहीं देंगे तब तक दुनिया में प्रतियोगिता रहेगी, प्रतिस्पर्धा रहेगी, तब तक दुनिया में मार-काट रहेगी, तब तक दुनिया में हिंसा रहेगी, तब तक दुनिया में सब बेईमानी के उपाय करके आदमी आगे होना चाहेगा, दूसरे जैसा होना चाहेगा। और जब हर आदमी दूसरे जैसा होना चाहता है तो क्या फल होता है? फल यह होता है-अगर एक बगीचे में सब फूलों का दिमाग फिर जाए या बड़े-बड़े आदर्शवादी नेता वहां पहुंच जाएं या बड़े-बड़े शिक्षक वहां पहुंच जाएं और उनको समझाएं कि देखो, चमेली का फूल चंपा जैसा हो जाए, चमेली का फूल चंपा जैसा, चंपा का फूल जुही जैसा, क्योंकि देखो, जुही कितनी सुंदर है...और सब फूलों को अगर पागलपन आ जाए, हालांकि आ नहीं सकता! क्योंकि आदमी से पागल फूल नहीं है।

आदमी से ज्यादा जड़ता उनमें नहीं है कि वे चक्कर में पड़ जाएं। शिक्षकों के, उपदेशकों के, संन्यासियों के, साधुओं के, आदर्शवादियों केचक्कर में कोई फूल नहीं पड़ेगा। लेकिन फिर भी समझ लें, कल्पना कर लें कि कोई आदमी पहुंच जाए और समझाए उनको और वे चक्कर में आ जाएं और चमेली का फूल चंपा का फूल होने लगे तो क्या होगा उस बगिया में। उस बगिया में फूल फिर पैदा नहीं होंगे, उस बगिया में फिर फूल पैदा ही नहीं हो सकते। उस बगिया में फिर पौधे मुरझा जाएंगे, मर जाएंगे। क्यों? क्योंकि चंपा लाख उपाय करे तो चमेली नहीं हो सकती, वह उसके स्वभाव में नहीं है, वह उसके व्यक्तित्व में नहीं है, वह उसकी प्रकृति में नहीं है। चमेली तो चंपा हो ही नहीं सकती। लेकिन क्या होगा? चमेली होने की कोशिश में वह चंपा भी नहीं हो पाएगी। वह जो हो सकती थी, उससे भी वंचित रह जाएगी।

गुरुवार, 15 नवंबर 2018

फ्लिपकार्ट की कहानी - जय-वीरू

फ्लिपकार्ट के जय-वीरू


भारतीय स्टार्टअप की दुनिया में जय-वीरू कहलाने वाले बिन्नी बंसल और सचिन बंसल कुछ ही सालों में कॉलेजमेट से सहकर्मी और फिर बिजनेस पार्टनर बन गए। बिन्नी बंसल चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। उनके पिता एक बैंक के चीफ मैनेजर रहे हैं और मां भी किसी सरकारी नौकरी में हैं। उन्होंने आईआईटी, दिल्ली से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है।

कॉलेज से निकले किसी भी नौजवान की तरह वो एक अदद नौकरी चाहते थे जो पढ़ाई को 'सफल' बना सके। उन्होंने गूगल में भी नौकरी की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए। गूगल से उन्हें दो बार खाली हाथ लौटना पड़ा।

फिर भी उनकी कोशिशें काम आईं और एक बड़ी ऑनलाइन रिटेलर कंपनी अमेजन में उन्हें नौकरी मिल गई। अमेजन में ही वह अपने पुराने दोस्त सचिन बंसल से मिले। यहां ध्यान रखना जरूरी है कि बिन्नी और सचिन दोस्त हैं, भाई नहीं। सचिन बंसल भी आईआईटी, दिल्ली में कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट रहे हैं और उन्होंने बिन्नी से एक बैच पहले एडमिशन लिया था।

अमेजन में साथ काम करते हुए दोनों को खुद के स्टार्टअप का खयाल आया। दोनों में से किसी को कारोबार का अनुभव नहीं था लेकिन उनके पास एक आइडिया जरूर था। दोनों ने कुछ हिम्मत दिखाई और नौकरी छोड़ दी।

पहले सचिन बंसल और फिर कुछ समय बाद बिन्नी बंसल अमेजन से अलग हो गए। बिन्नी ने सिर्फ नौ महीने ही अमेजन में नौकरी की। दोनों को ऑनलाइन रिटेल का अनुभव था लेकिन भारत में ये आइडिया पूरी तरह पांव नहीं पसार सका था। ऑनलाइन रिटेलिंग अपने शुरुआती दौर में थी और इस क्षेत्र में दूसरी कंपनियां भी काम कर रही थीं।

खुद ही बने मालिक और कर्मचारी

बिन्नी और सचिन बंसल ने साल 2007 में फ्लिपकार्ट की शुरुआत की और पहले सिर्फ किताबें बेचने का फैसला किया। दोनों ने 4 लाख रुपये पूंजी के साथ कंपनी शुरू की। शुरुआती काम था किताबों की होम डिलिवरी। वो मालिक भी खुद थे और कर्मचारी भी।

बिन्नी और सचिन बंसल खुद किताबें खरीदते और वेबसाइट पर आए ऑडर्स पर अपने स्कूटर से डिलीवरी करते। कंपनी के पास प्रचार के भी खास साधन नहीं थे इसलिए दोनों बुक स्टोर्स के पास जाकर अपनी कंपनी के पर्चे भी दिया करते थे।

धीरे-धीरे कंपनी ने कदम बढाने शुरू किए। इसके बाद दोनों ने साल 2008 में बैंगलुरू में एक फ्लैट और दो कंप्यूटर सिस्टम के साथ अपना ऑफिस खोला। अब उन्हें हर दिन करीब 100 ऑर्डर मिलने लगे।

इसके बाद फ्लिपकार्ट ने बेंगलुरू में सोशल बुक डिस्कवरी सर्विस 'वीरीड' और 'लुलु डॉटकॉम' को खरीद लिया। साल 2011 में फ्लिपकार्ट ने कई और कंपनियां खरीदीं जिनमें बॉलीवुड पोर्टल चकपक की डिजिटल कंटेट लाइब्रेरी भी शामिल थी।

कैश ऑन डिलिवरी ने किया कमाल

ऑनलाइन सामान लेते वक्त कई लोगों के मन में कई तरह की आशंकाएं थीं। सामान की गुणवत्ता से लेकर उसकी डिलिवरी की टाइमिंग तक। ये सब सोचते हुए लोग ऑनलाइन पेमेंट करने की बजाय कैश ऑन डिलिवरी का सुरक्षित विकल्प अपनाते हैं।

लेकिन, फ्लिपकार्ट ने इसी मुश्किल को मौके में बदल लिया। बिन्नी और सचिन बंसल पहली बार भारत में कैश ऑन डिलिवरी का विकल्प लेकर आए। इससे लोगों को अपना पैसा सुरक्षित महसूस हुआ और कंपनी पर भरोसा भी बढ़ता गया। साल 2008-09 में फ्लिपकार्ट ने 4 करोड़ रुपये की बिक्री कर दी। इसके बाद निवेशक भी इस कंपनी की ओर आकर्षित हुए।

बिन्नी और सचिन बंसल मानते हैं कि ऑनलाइन रिटेल में कस्टमर सर्विस बहुत बड़ा फैक्टर है। वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता को दिए गए इंटरव्यू में सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने कहा था कि वो कंस्टमर सर्विस टीम के साथ दो-दो दिन बिताते हैं और उनकी सुझावों व शिकायतों पर काम करते हैं।

वहीं, कंपनी ने सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन पर भी काम किया। इसका मतलब ये है कि जब कोई किताब खरीदने के लिए उसका नाम किसी सर्च इंजन में डालता तो सबसे ऊपर फ्लिपकार्ट का नाम आता। इस कारण कंपनी को विज्ञापन भी मिलने लगे।

निवेश हर नई कंपनी के लिए बड़ी जरूरत होती है। शुरुआती दौर फ्लिपकार्ट के लिए भी मुश्किलों भरा रहा। आगे चलकर कंपनी में साल 2009 में ऐसेल इंडिया ने 10 लाख डॉलर का निवेश किया जो साल 2010 में एक करोड़ डॉलर पहुंच गया।

इसके बाद 2011 में फ्लिपकार्ट को एक और बड़ा निवेशक टाइगर ग्लोब मिला जिसने दो करोड़ डॉलर का निवेश किया। ऐसेल इंडिया और टाइगर ग्लोब लगातार फ्लिपकार्ट के साथ जुड़े रहे। वेबसाइट चल निकली तो किताबों के अलावा फर्नीचर, कपड़े, असेसरीज, इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट जैसे सामान भी बेचे जाने लगे। ई-कॉमर्स का बाजार बढ़ने के साथ फ्लिपकार्ट को दूसरी कंपनियों से चुनौती मिलने लगी थी। इसी को देखते हुए उन्होंने कुछ ऑनलाइन रिटेल वेबसाइट को खरीदा।

फ्लिपकार्ट ने 2014 में मिंत्रा और 2015 में जबॉन्ग को खरीद लिया। कंपनी स्नैपडील को भी खरीदना चाहती थी लेकिन बात नहीं बन पाई। लेकिन, मार्च 2018 में ही वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीद ली।

दरअसल, कंपनी को अमेजन के भारत में आने के साथ ही चुनौती मिलनी शुरू हो गई थी। इस प्रतिस्पर्धा में उन्हें काफी निवेश करना पड़ रहा था। हालांकि, वॉलमार्ट के साथ अमेजन भी फ्लिपकार्ट को खरीदने की रेस में शामिल थी लेकिन वॉलमार्ट आगे रही। मार्च 2018 को खत्म हुए वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 7।5 अरब डॉलर की बिक्री की थी। पिछले साल के मुकबाले उसकी बिक्री में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।

बैक रूम मास्टर माइंड

बिन्नी बंसल को बैक रूम मास्टर माइंड माना जाता है। लंबे समय तक वह मीडिया से भी दूर रहे हैं। अमूमन सचिन बंसल ही मीडिया को डील किया करते थे। बिन्नी कंपनी में पीछे रहकर काम करते रहे और सचिन उसके लीडर के तौर पर सामने रहे। मीडिया में ये भी खबरें थीं कि फ्लिपकार्ट छोड़ने को लेकर सचिन बंसल ज्यादा खुश नहीं थे। इकोनॉमिक्स टाइम्स ने लिखा है कि कंपनी दो सीईओ को नहीं रखना चाहती थी।

वहीं, सचिन बंसल के जाने पर बिन्नी बंसल ने इकोनॉमिक्स टाइम्स से कहा था, ''हमने जिस तरह यह सफर शुरू किया वह अद्भुत था। पिछले 10 साल में जिस चीज ने हमें साथ रखा है वो है एक जैसे मूल्य और ये सुनिश्चित करना कि ग्राहकों के साथ सब कुछ सही हो।''

मंगलवार, 13 नवंबर 2018

सूक्तो बंगाल की एक बहुत ही फेमस डिश

 सूक्तो एक बहुत ही टेस्‍टी और पारंपरिक बंगाली डिश है जिसमें एक चुटकी शक्‍कर के साथ ढेर सारी सब्‍जियां और एक कसीली सब्‍ज़ी जैसे की करेला मिलाया जाता है
बंगाली खाना तो जैसे सूक्‍तो के बिना बिल्‍कुल अधूरा ही है। अगर आप भी बंगाल के खाने से इम्प्रेस है और आप कुछ वेजिटेरियन बनाना चाहती हैं तो फिर सूक्‍तो को कभी भी ना भूलें आइये पढ़ते हैं इसे बनाने की एकदम सरल व  आसान विधि।

आवश्यक सामग्री 

  • करेला = 100 ग्राम, कटा हुआ
  • आलू = एक अदद, उबला और कटा हुआ
  • बैंगन = एक अदद, स्‍लाइस किया हुआ
  • मूली = एक अदद, स्‍लाइस की हुई
  • कच्‍चा केला = एक अदद कटा हुआ
  • सेम = 50 ग्राम
  • सहजन = 50 ग्राम, लंबे टुकड़ों में कटा हुआ
  • पंच फोरन = आधा चम्मच
  • सरसों = आधा चम्मच
  • सरसों के बीज का पेस्ट = दो बड़े चम्मच
  • घी/मक्खन = एक बड़ा चम्मच
  • तेल = 9 बड़े चम्मच
  • उरद के दाल वाली मसाले वाली बड़ी = 50 ग्राम
  • सूखी लाल मिर्च = एक टुकड़ा
  • तेज़ पत्‍ता = एक टुकड़ा
  • नमक = स्वादअनुसार
  • चीनी = आधा चम्मच
  • हल्दी पाउडर = आधा चम्मच
  • अदरक का पेस्ट = एक बड़ा चम्मच

विधि

एक कढ़ाई में 4 चम्‍मच तेल गर्म करें। फिर उसमें बड़ियां डाल कर गोल्‍डन होने तक फ्राई कर लें। अब बड़ियों को निकाल कर एक प्‍लेट में रख दें। फिर कढ़ाई में और तेल मिलाएं। और उसके बाद करेला डाल कर फ्राई करें और जब वह ब्राउन हो जाए, तब उसे निकाल लें।
फिर एक-एक कर के कढाई में मूली, बैंगन, बींस, सेम, केला, आलू और सहजन डालें। और 3 मिनट तक चलाते हुए तल लें।
ऊपर से शक्‍कर, हल्‍दी, नमक और अदरक पेस्‍ट डालें और दो मिनट तक पकाएं। इसके बाद इसमें 4 कप पानी डाल कर 5 मिनट तक पकाएं। और इसके बाद कढाई को उतार दें और दूसरी कढाई या फिर पैन चढा कर उसमें एक चम्‍मच तेल या घी डालें।
अब तेज़ पत्‍ता, सूखी लाल मिर्च, पंच फोरन, राई डाल कर पकाएं। फिर इसमें सरसों का पेस्‍ट और फ्राई की हुई बडियां और करेले मिलाएं। और इन सब को सब्‍ज़ी की कढाई में मिला कर तब तक पकाएं जब तक कि यह गाढी ना हो जाए। फिर इसे गैस से उतारें और गरमागर्म चावल के साथ सर्व करें या खाएं

गुरुवार, 8 नवंबर 2018

जीवन में संयम और अनुशासन के महत्व को दर्शाने वाला अनूठा प्रयोग

जीवन में संयम और अनुशासन के महत्व को दर्शाने वाला अनूठा प्रयोग

1972 में विकासात्मक मनोवैज्ञानिक वॉल्टर मिशेल ने बिना किसी सोच-विचार या प्रेरणा के अचानक ही एक ऐसा अनूठा प्रयोग किया जो मनोविज्ञान के क्षेत्र में पिछली शताब्दी का सबसे प्रसिद्ध प्रयोग बन गया.
मिशेल ने पांच से दस वर्ष की अवस्था के कई बच्चों को एक कमरे में एकत्र किया और उन सभी को एक-एक चॉकलेट दी. फिर उन्होंने उन बच्चों से कहा कि वे थोड़ी देर के लिए बाहर जा रहे हैं लेकिन उनके वापस आने तक जो बच्चा चॉकलेट नहीं खाएगा उसे वे लौटकर दो चॉकलेटें और देंगे.
कमरे के बाहर जाने के बाद उन्होंने छुप कर उन बच्चों की हरकतों का जायजा लिया. वे यह जानना चाहते थे कि क्या वे बच्चे और अधिक बड़े पुरस्कार के लिए अपने लालच पर नियंत्रण रख सकेंगे या वे अपने लालच के वशीभूत होकर किसी व्यक्ति द्वारा निगरानी नहीं किए जाने पर अपनी चॉकलेट खा लेंगे?
मिशेल ने यह देखा कि उस समूह के लगभग एक तिहाई बच्चों ने उनके कमरे से बाहर जाते ही फौरन अपनी चॉकलेट खा ली. दूसरे एक तिहाई बच्चों ने कुछ समय तक मिशेल के वापस आने का इंतजार किया लेकिन वे अपने लालच पर नियंत्रण नहीं रख सके और उन्होंने भी अपनी चॉकलेट खा ली. बाकी बचे रह गए लगभग एक तिहाई बच्चों ने पूरे 15 मिनट तक मिशेल के लौटने की प्रतीक्षा की. निस्संदेह उन छोटे बच्चों के लिए तो ये 15 मिनट अनंतकाल जितने लंबे थे क्योंकि चॉकलेट उनके हाथ में थी या उनके सामने रखी हुई थी फिर भी वे उसे खाने के लोभ पर काबू कर पाए.
उस दौर में मनोवैज्ञानिकों का यह मानना था कि संकल्प शक्ति प्रत्येक व्यक्ति में जन्मजात होती है और इसमें जीवन भर कोई परिवर्तन नहीं होता. लेकिन इस मामले ने यह साबित कर दिया कि संकल्प शक्ति किसी परिस्थिति या परीक्षण का परिणाम भी हो सकती है. इस प्रयोग के द्वारा मिशेल बच्चों की उम्र और संकल्प शक्ति के बीच का संबंध भी जांचना चाहते थे. वे यह जानना चाहते थे कि क्या अधिक उम्र के बच्चे अपने लालच पर नियंत्रण अधिक कुशलता से रख सकते हैं?
एक प्रकार से यह प्रयोग विकासात्मक मनोविज्ञान का अध्ययन था. यह उनके व्यक्तित्व का आकलन नहीं था, लेकिन इस प्रयोग ने यह दर्शा दिया कि जो बच्चे उम्र में अपेक्षाकृत बड़े थे वे अधिक देर तक अपने लोभ पर नियंत्रण रखने में सफल हो सके. मिशेल की यह रिसर्च अनेक जर्नलों में प्रकाशित हुई लेकिन समय के साथ लोगों ने इसे भुला. दिया इस प्रयोग के बाद मिशेल और बच्चे भी अपनी-अपनी राह पर चले गए. चॉकलेट का यह प्रयोग सफल तो था लेकिन लोगों ने इसे एक अनूठे प्रयोग से अधिक कुछ नहीं समझा.
लेकिन इस प्रयोग के 20 साल बाद मिशेल के मन में एक नया विचार आया और उन्होंने इस प्रयोग को दोबारा नई दृष्टि से देखा. फिर उनके निष्कर्षों ने मनोवैज्ञानिक जगत को हिलाकर रख दिया.
असल में इस प्रयोग में शामिल एक बच्ची मिशेल की ही पुत्री थी जो उस दौरान 5 साल की थी. इस प्रयोग में शामिल बाकी दूसरे बच्चे भी उसके ही स्कूल में और कई तो उसकी ही क्लास में पढ़ते थे और उसके दोस्त थे.
जैसे-जैसे साल गुजरते गए मिशेल की पुत्री और उसके सभी दोस्त भी बड़े होते गए और मिशेल ने इस बात का अनुभव किया कि वे बच्चे जिन्होंने प्रयोग में अपने लोभ पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण नहीं दिखाया था, वे अपनी पढ़ाई-लिखाई में पिछड़ रहे थे और उनके अंक बहुत कम आते थे. दूसरी और वे बच्चे जिन्होंने अत्यधिक संयम का प्रदर्शन किया था और जो लालच के फेर में नहीं पड़े थे वे हमेशा अपने शिक्षकों की आंख का तारा बने रहे. उन्होंने अपनी क्लास में हमेशा टॉप किया और उन्हें बहुत ही प्रसिद्ध कॉलेजों में एडमिशन मिला.
जब मिशेल ने यह देखा तो उन्होंने और अधिक गहराई से उन बच्चों की ट्रैकिंग करने का निश्चित किया और यह देखने का प्रयास किया कि वे सभी बच्चे किस प्रकार के वयस्क व्यक्तियों के रूप में पनपे. मिशेल ने जो फॉलो-अप किया उसके परिणाम इतने चमत्कारिक थे कि उनका प्रयोग अभी भी एक प्रकार से जारी है और अत्यधिक प्रसिद्ध हो चुका है.
अपने लालच पर नियंत्रण करके संयम प्रदर्शित करने की उन बच्चों की क्षमता ने उन्हें आगे जाकर अकादमिक शिक्षा में अव्वल बनाया और वे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में सफल रहे. उन्हें सबसे अच्छी नौकरियां मिली. समाज में भी उनकी प्रतिष्ठा स्थापित हुई.
इस बीच दूसरे मनोवैज्ञानिकों ने भी इससे मिलते-जुलते प्रयोग किए और उन्होंने अपनी रिसर्च में यह पाया कि जो व्यक्ति अपने लालच पर नियंत्रण करके संयम धारण करते हैं वे दूसरों से औसतन अधिक स्वस्थ होते हैं और अकादमिक रूप से अधिक सफल होते हैं. ऐसे व्यक्तियों के जीवन का आर्थिक पक्ष प्रबल होता है और सबसे अच्छी बात तो यह है कि वे जीवन के हर पैमाने पर खरे उतरते हैं. उनकी रिलेशनशिप्स अधिक स्थाई होते हैं और ऐसे व्यक्तियों को हताशा और निराशा का कम सामना करना पड़ता है.
इस प्रयोग ने यह भी दर्शाया कि मनोवैज्ञानिक लगभग एक शताब्दी तक व्यर्थ के मसलों में उलझे रहे. वास्तव में IQ की अवधारणा की उत्पत्ति ही इस उद्देश्य से हुई थी लेकिन उसमें घोर असफलता मिली और बुद्धि को जांचने के लिए तैयार किए गए अन्य प्रयोग और उपाय भी दोषपूर्ण सिद्ध हुए. मिशेल इस मामले में बहुत सौभाग्यशाली रहे कि उनके हाथ अनायास ही एक कुंजी लग गई.
हमारी पीढ़ियां क्रमिक रूप से आत्मसम्मान को आत्मानुशासन पर वरीयता देती आई हैं. मुझे यह लगता है कि हम इस नीति की बड़ी कीमत चुका रहे हैं.
हम उस दौर में हैं जहां संकल्पशक्ति को समाज में अधिक महत्वपूर्ण नहीं समझा जाता. आप अपने आसपास उन लोगों को देखिए जिनका वजन खतरनाक स्थिति तक पहुंच चुका है और ऐसा होने का बहुत बड़ा कारण यह है कि उनका स्वयं पर नियंत्रण नहीं है. हम लोगों का फोकस दिनोंदिन कम होता जा रहा है. हम किसी भी एक चीज पर ध्यान अधिक देर तक नहीं दे पाते. लोग स्वयं को विश्व का केंद्र मानने लगे हैं. उनमें नारसीसिज़्म, एंजाइटी, और डिप्रेशन जैसे मनोविकार पहले से कहीं अधिक देखे जा रहे हैं.
किसी भी व्यक्ति के जीवन में सबसे मूल्यवान स्किल वे हैं जो आत्मानुशासन और स्वयं को स्वस्थ रखने से जुड़ी आदतों को विकसित करते हैं. यदि आप दूसरों से अधिक स्वस्थ होना चाहते हैं, अधिक सफल होना चाहते हैं, या अपने जीवन पर अधिक नियंत्रण करना चाहते हैं तो केवल आत्मानुशासन ही इस मामले में आपकी सहायता कर सकता है.
स्वयं पर कठोर नियंत्रण और किसी भी प्रलोभन के आगे नहीं झुकना ही सबसे अच्छी नीति है. आलस के मारे पांच मिनट अधिक सो लेने या स्वाद के वशीभूत होकर थोड़ी अधिक मिठाई खा लेने जैसे प्रलोभन बहुत छोटे उदाहरण हैं लेकिन जीवन पर व्यापक प्रभाव डालते हैं.
Source- hindizen

मंगलवार, 6 नवंबर 2018

General Knowledge - सामान्य ज्ञान

 सामान्य ज्ञान



ऐसा कौन सा देश हैं जो आज तक किसी का गुलाम नहीं हुआ ?
नेपाल

विश्व मैं कुल कितने देश हैं ?
195

विश्व का किस देश में कोई भी मन्दिर नही है?
साऊदी अरब
“जनरल” किस सेना का एक अधिकारी पद है?
थल सेना

किस वर्ष में महात्मा गांधी का जन्म हुआ था?
सन् 1869

 विश्व का सबसे बड़ा देश कौन सा देश है?
रूस 

पानीपत का प्रथम युद्ध किस के बीच लड़ा गया था?
बाबर और इम्ब्राहिम लोदी के बीच

शरीर के किस अंग में यूरिया बनता है?
लिवर


किस शासक ने ग्रांड ट्रक रोड का निर्माण कराया था?
शेरशाह सूरी

मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है?
राष्ट्रपति

 नागालैण्ड भारत का विधिवत राज्य कब बना?
 सन् 1963 ई.

रविन्द्रनाथ टैगोर ने भारत के राष्ट्रीय गान के अलावा किस एक और देश का राष्ट्रीय गान लिखा?
बांग्ला देश

Histroy of Raja Birbalji | राजा बीरबलजी का इतिहास


ऐसा कौन सा पेड़ है जिसमें लकड़ी नहीं होती ?
केले का पेड़

सबसे पुराना वाद्य यंत्र कौन-सा है ?
वीणा

भारत का सबसे पुराना संयुक्त स्टॉक बैंक कौन सा है?
इलाहाबाद बैंक

भारत का पहला मोबाइल बैंक कौन सा है?
लक्ष्मी वाहिनी बैंक (खरगोन जिला, मध्य प्रदेश)

भारत में टीवी पर पहली बार समाचार किसने पढ़े थे?
प्रतिमापुरी

ईसरो का 100 वां मिशन कौन सा था?
पी.एस.एल.वी.

सबसे पहले माउंट एवरेस्ट को किसने कैलकुलेट किया था?
राधानाथ सिकन्दर

जीवन बीमा को राष्ट्रीय कब किया गया ?
सन् 1956

विश्व का कौन सा ऐसा देश है जहाँ मच्छर नहीं पाये जाते है?
फ्रांस

 विश्व का सबसे बड़ा शहर कौन सा है?
न्यूयार्क (अमेरिका)

रावण के पिता का नाम क्या था?
विश्ववा

हिन्दुओं के कुल कितने पुराण है?
18

सूचना : अगर आपको इन प्रश्न उत्तर में कुछ गलती मिलती है तो हम उसके लिए आपसे माफ़ी मांगते है| और कृपया करके प्रशन नंबर लिखकर उसका सही उत्तर नीचे दिए गये कमेंट बॉक्स में लिखे जिससे बाकि  को सही जानकारी मिल सके.


रविवार, 4 नवंबर 2018

Tips in Hindi for staying healthy in this winter season – ठण्ड में स्वस्थ रहने के नुस्खे

ठण्ड में स्वस्थ रहने के नुस्खे





जब ठण्ड का मौसम आ जाए तो आपको ऐसे कई लोग मिलेंगे, जो लम्बे तथा पीड़ा भरे गर्मी के दिनों को अलविदा कहने में काफी ख़ुशी का अनुभव कर रहे होंगे। सर्दी के उपाय, परन्तु कई ऐसे लोग भी होंगे जो ठण्ड के आने की बात सोचते ही कांपने लगते हैं।

सर्दियों में सर्दी-जुखाम और बुखार जैसी समस्याएं बहुत लोगों के लिए नुक़सानदायक साबित होती हैं क्यूंकी वो बदलते समय और वातावरण में अपने आप को ढाल नही पाते हैं. लेकिन दोस्तों, अगर छोटी छोटी बातों का ध्यान रखा जाए तो यही सर्दियाँ एक खूबसूरत मौसम की तरह लगने लगता है. सर्दियों में किसी भी बीमारी से बचने के लिये आवश्यक है कि हम छोटी छोटी बातों का ध्यान रखें और पहले से ही बचाव का इंतजाम करना शुरु कर दें।


1.सर्दियों के करीब आते ही सबसे पहले अपना साबुन या फेसवॉश बदलें। अधिक क्रीमी तत्व वाले साबुन या फेसवॉश का इस्तेमाल करें। इनमें मौजूद मॉइस्चराइजिंग तत्व आपकी स्किन को ऊपर से नमी देकर रूखेपन से बचाएंगे।


2.सर्दियों में स्किन काफी रूखी और बेजान हो जाती है। इसके लिए जरूरी है कि विटामिन ई युक्त Mosturizer लगाया जाए। चेहरे को साफ पानी से धोएं और रोजाना रात को और दिन में 3-4 बार अच्छा mosturizer लगाएं।


3. एक स्वस्थ मस्तिष्क से ही एक स्वस्थ इंसान की कल्पना हो सकती है. इसलिए नीद पूरा होना हर इंसान की ज़रूरत है. अगर आप भरपूर नीद लेते हैं तो आपके सोचने की छमता भी बढ़ती है और आपके शरीर मेी पॉज़िटिव तरंग का संचार होता है. आप फ्री माइंड से सोचते हैं और पॉज़िटिव सोचते है. जिससे आप कभी भी डिप्रेशन depression के शिकार नही हो सकते.

4.ठंडी हवाएं चलते ही कुछ लोग गर्म पानी से सुबह नहाना शुरू कर देते हैं। लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें कि पानी को अधिक गर्म ना करें। अधिक गर्म पानी से नहाने से त्वचा का प्राकृतिक तेल निकल जाता है और यह अधिक रूखी रहने लगती है। अगर मन हो तो गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।


5.सर्दियों में साबुन का प्रयोग कम से कम करें। त्वचा अगर रूखी है तो स्क्रब करना भी बंद कर दें क्योंकि इससे त्वचा पर मौजूद Pores तो खुल जाएंगे लेकिन त्वचा भी रूखी हो जाएगी। स्क्रब तभी करें अगर स्किन ऑयली है ताकि इससे स्किन का ऑयल कम हो सके।


6.सर्दियों में जोडो़ में दर्द होने की संभावना ज्यादा रहती. शरीर में अगर कोई पुरानी चोट है या हड्डियों की चोट है तो वो सर्दियों में दर्द करती है. तो जो लोग दिल, गठिया या अस्थमा रोगी हैं, उन्हें सर्दियों में पूरी सावधानी रखनी चाहिये। ठंड सेबचने के लिए ऊनी गर्म कपड़ों comfortable clothes for winter का प्रयोग करना चाहिए. और इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए की कपड़े आरामदायक हों.


7.मॉइस्चराइजर लगाने से पहले अपने चेहरे को हल्का गीला भी कर लें। इससे मॉइस्चराइजर स्किन में लॉक हो जाएगा और लंबे समय तक इसका असर बना रहेगा।


8.सर्दियों में त्वचा को जानदार और कोमल बनाने के लिए दही और चीनी को मिक्स कर अच्छी तरह से चेहरे पर लगाएं और थोड़ी देर सूखने दें।इसके बाद हल्के हाथों से मसाज करें और फिर गुनगुने पानी से धो दें।


9.स्किन को ऊपरी देखभाल के साथ अंदरूनी रूप से रिपेयर करने की भी जरूरत होती है। इसके लिए अधिक से अधिक पानी पियें। माना कि गर्मी के कम होते ही पानी की प्यास अपने आप ही कम हो जाती है लेकिन पानी की कमी से त्वचा अन्दर से कमजोर पड़ने लगती है।


10.स्किन को कोमल और हेल्दी रखना है तो नारियल तेल का इस्तेमाल करें। नारियल का तेल सिर्फ बालों के लिए ही उपयोगी नहीं है बल्कि इससे रोजाना नहाने से एक घंटे पहले शरीर और चेहरे की मालिश करें और फिर नहाएं। स्किन कभी रूखी नहीं होगी।


11.वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए सर्दियों में शक्ति वर्धक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां जैसे असगंध, मूसली, गोखरू, मुलहटी, शिलाजीत आदि से बने हुए औषध योग जैसे च्यवनप्राश,मूसली ,बादाम पाक ,कौंच पाक उपयोग कर सकते हैं. ये पौषक तत्व आपको अंदर से मजबूत बनाते हैं. इन तत्वों का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए और एक उचित diet चार्ट फॉलो करना चाहिए.


12.सर्दियों में होंठों की त्वचा का भी खास ख्याल रखें। मौसम बदलते ही होंठ फटने लगते हैं और इनका प्राकृतिक रंग खोने लगता है। इसे बनाए रखने के लिए SPF युक्त लिप बाम का इस्तेमाल करें। अगर आप लिप बाम ना लगाना चाहें तो दिन में 2 से 3 बार होंठों पर शहद लगाएं। शहद होंठों के लिए नेचुरल मॉइस्चराइजर का काम करता है।

Source-Different Sites

सोमवार, 29 अक्तूबर 2018

लाओत्से के विचार

लाओत्से के अनमोल विचार




जल की तुलना में कुछ भी अधिक नरम या लचीला नहीं है, फिर भी कोई इसे रोक नहीं सकता।



किसी के द्वारा गहराई से प्रेम किया जाना ताकत देता है, और किसी को गहराई से प्रेम करना साहस देता है।


वह मन जो स्थिर है, उसके प्रति पूर्ण ब्रह्माण्ड समर्पित हो जाता है।


लोगों को लीड करना है तो उनके पीछे चलो।


विश्व की सबसे कोमल चीज दुनिया की सबसे कठोर चीज को जीत लेती है।


हज़ारों मील की यात्रा एक कदम के साथ शुरू होती है।


मौन महान शक्ति का स्रोत है।


एक अच्छे मुसाफ़िर की कोई तय योजना नहीं होती, और वह पहुंचने पर आमादा नहीं होता।


जो संतुष्ट है, वही अमीर है।


देखभाल करने से साहस आता है।


स्वास्थ्य सबसे बड़ी संपत्ति है। संतोष सबसे बड़ा खजाना है। आत्मविश्वास सबसे बड़ा मित्र है।


प्रकृति जल्दबाजी नहीं करती, फिर भी सारी चीजें पूरी हो जाती हैं।


जीवन और मृत्यु एक ही धागा है, अलग-अलग और से देखी गयी एक ही रेखा।


दूसरों को जानना ज्ञान है, स्वयं को जानना आत्मज्ञान है।


मेरे पास सिखाने के लिए बस तीन बातें हैं: सादगी, धैर्य, दया – ये तीनो आपका सबसे बड़ा खजाना हैं।


वो जो इंसान जानता है, बोलता नहीं। और वो जो बोलता है जानता नहीं।

मंगलवार, 16 अक्तूबर 2018

जोक्स- Jokes





ज़रुरत से ज़्यादा भगवान को याद मत किया करो क्योंकि…
किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो.. लेने के देने पड़ जायेंगे ।

काम ऐसे करो कि लोग आपको……
किसी दूसरे काम के लिए बोलें ही नहीं

आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है,
जिसके पंडाल में गर्म पोहा, समोसा जलेबी और अदरक वाली चाय मिले।
वरना ज्ञान तो अब ऑनलाइन उपलब्ध है।

आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है,
जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें ।

आप कितने ही अच्छे काम कर लें,
लेकिन लोग उसे ही याद करते हैं, जो उधार लेकर मरा हो ।

आजकल माता-पिता को बस दो ही चिंताएं हैं…
इंटरनेट पर उनका बेटा क्या डाउनलोड कर रहा है और… बेटी क्या अपलोड कर रही है ।

जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष
और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला.. जल्दी वापस नहीं आते ।।

जब आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से पाने की ख्वाहिश या कोशिश करते हैं,
तो वह चीज… उसी शिद्दत से कुछ ज्यादा ही एटीट्यूड दिखाने लगती है।

इतना तो बगुला भी मछली पकड़ने के लिये चोच नहीं निकालता होगा,
जितना लड़किया आजकल सेल्फी लेने के समय होठ निकालती है.

जीवन में कम से कम एक सच्चा मित्र हमेशा अपने पास रखो ताकि…
जिस दिन आपके यहाँ तुरई, करेला या कुंदरू की सब्जी बने उस दिन उसके घर जाकर खाना खा सको…।
ज्ञान समाप्त!
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मारवाड़ी ने शेख को खून देकर उसकी जान बचाई
शेख ने खुश होकर उसे Mercedes कार गिफ्ट की!

शेख को फिर खून की जरूरत पड़ी,
मारवाड़ी ने फिर खून दिया

अबकी बार शेख ने सिर्फ लड्डू दिए,
मारवाड़ी (गुस्से से): इस बार सिर्फ लड्डू??

शेख: भाई, अब हमारे अंदर भी मारवाड़ी का खून दौड़ रहा है
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हेडमास्टर फोटो ग्राफरसे:- 20 रुपये बहुत होते है| स्कूल मे 1600 बच्चे है 10-10 रुपये मे फोटो निकालो.

हेडमास्टर अहिस्टंट से:- फोटो के लिये सभी बच्चोंसे 30-30 रुपये निकालो.

टीचर क्लास में:
सुनो बच्चो कल तुम लोगो का फोटो शूट होगा …
सब लोग अपने अपने घर से Rs.50/- ले कर आना

शरारती बच्चा :
ये सब टीचर लोगो की मिली भगत होती है…
एक फोटो के 20/- रूपये लगते है और हम लोगो से
50_50 रूपये लिए जा रहे है.

फिर हमारे पैसो से ये सब स्टाफ रूम में
बैठ के समोसा खाएंगे और हम बच्चों को मिलेगा ठेंगा.
भलाई का तो ज़माना ही नहीं रह गया ,, . .

At home-
शरारती बच्चा :
मम्मी कल स्कूल में ग्रुप फोटो शूट होना है
टीचर ने Rs.100/- रूपये मंगाए है .. . .

माँ : 100 rs!!
खुली लूट मचा रखी है इन लोगो ने ..
फिर हमारे पैसो से ये सब ऐश करेंगे.

रुक बेटा में तेरे पप्पा से मांगती हु …

मम्मी पापा से : अरे सुनते हो बच्चे के स्कूल में फोटो के लिए Rs.200 मांगे है !!”

ये इण्डिया है भाई हर जगह लूट मची है!




शनिवार, 29 सितंबर 2018

Khopra Patties - खोपरा पेटिस

 खोपरा पेटिस

इंदौर अपने खान-पान के लिए पूरे देश में फेमस है. इंदौर शहर अपने लजीज व्यंजनों के लिए काफी चर्चा में रहता है। इंदौर की फूड स्ट्रीट शाम होते ही खाने के शौकीनों से भर जाती हैं। सिर्फ शहर भर से ही नहीं बल्कि यहां के व्यंजनों को चखने के दूर-दूर से से लोग आते हैं।

वहीं का एक और जायका हम पेश कर रहे हैं जिसका नाम है खोपरा पेटिस.

खोपरा पेटिस बनाने की सामग्री

2 आलू उबले हुए
5 बड़ा चम्मच खोपरा/ नारियल का बुरादा
2 छोटा चम्मच नींबू का रस
5 हरी मिर्च, कटी हुई
5-6 काजू, कटे हुए
5-6 किशमिश
2 बड़े चम्मच कोर्नफ्लोर(मक्के का आटा सफेद वाला)स्वादानुसार नमक
एक छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
2 छोटा चम्मच धनिया पत्ती, बारीक कटी हुई
तलने के लिए तेल

खोपरा पेटिस बनाने की विधि
भरावन कि सारी सामग्री को एकत्र कर के अच्छे से मिलाये

मसले आलूओ में कोर्नफ्लोर, नमक व सफेद मिर्च पाउडर मिलाये 

इसे अच्छे से गूँथ ले व 8 भागों में बाँटे।

अब एक दूसरे बाउल में नारियल का बुरादा, हरा धनिया, लाल मिर्च पाउडर, हरी मिर्च और नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिला लें.

एक भाग लेकर उसका गोला बनाये व थोड़ा चपटा कर उसमें १ छोटा चम्मच भरावन मिश्रण भरें ।

चारों तरफ से गोले को उठाकर अच्छे से बंद करें(ताकि तलते समय पेटिस टूट कर उसमें से भरावन बाहर ना आए।) व पुनः गोलाकार दे।आप चाहें तो इन्हें चपटा कर लें या फिर लड्डू के आकार में ही रहने दें.

अब एक पैन में तेल गर्म होने के लिए रखें.

इन पेटिस को गर्म तेल में मध्यम आँच पर सुनहरा भूरा कुरकुरा होने तक तले।

पेटिस को किचन पेपर पर निकालें ताकि इनका अतिरक्त तेल निकल जाए.

गर्मागर्म पेटिस को हरी और लाल चटनी के साथ सर्व करें.




शुक्रवार, 24 अगस्त 2018

जन आरोग्य अभियान-Jan Arogya Abhiyan

जन आरोग्य अभियान

Jan Arogya Abhiyan



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से आयुष्मान योजना के दूसरे चरण का ऐलान किया. प्रधानमंत्री ने बताया कि जन आरोग्य अभियान की शुरुआत 25 सितंबर से होगी. इस योजना के तहत गरीब लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधाएं मिलेंगी.
 25 सितंबर से होगी शुरुआत-25 सितंबर के दिन पंडित दिनदयाल उपाध्याय का जन्मदिन है. इसी दिन से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जिसे मोदी केयर भी कहा जाता है लागू होगी. इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए का हेल्थ बीमा मिलेगा. ये कैशलेस सुविधा होगी.
पीएम मोदी ने कहा इससे रोजगार के कई मौके पैदा होंगे. शहरों में हॉस्पिटल बनेंगे और मेडिकल स्टाफ को रोजगार मिलेगा. मोदी के मुताबिक आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी यूरोप की जनसंख्या के बराबर होंगे. सरकारी और चुने हुए निजी अस्पताल में इलाज की सुविधा मिलेगी. परिवार चाहे जितना बड़ा हो, उसके हर सदस्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत लाभ मिलेगा. महिला-पुरुष, बच्चे-बूढे सब इस योजना के लाभार्थी हो सकते है. आयुष्मान भारत योजना में उम्र की भी कोई सीमा नहीं है. इसका प्रीमियम का भुगतान केंद्र और राज्य सरकार करेंगी. केंद्र और राज्य मिलकर इस योजना को लागू करेंगे. इस योजना से उन गरीबों को फायदा मिलेगा जो अपने इलाज का खर्च नहीं उठा सकते हैं. इस योजना को लागू करने का पूरा जिम्मा राज्यों का होगा.

क्‍या है आयुष्‍मान भारत स्‍कीम?-आयुष्‍मान भारत स्‍कीम की घोषणा बजट 2019 के दौरान की गई थी. इस स्‍कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी जाएगी. इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा. कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है. इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है. हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा. आपको बता दें कि इसके पहले चरण की शुरुआत हो चुकी है. इसके तहत हेल्थ सेंटर्स खोले गए है. इसके बाद अब 25 सितंबर से इंश्योरेंस स्कीम शुरू होगी. इसके तहत मुफ्त में हेल्थ बीमा मिलेगा.

इस स्कीम से लोगों को मिलेंगे ये फायदे-इस स्‍कीम के तहत लगभग 50 करोड़ लोगों को सालाना 5 लाख रुपए के इलाज की मुफ्त सुविधा दी जाएगी. केंद्र सरकार की योजना इस स्‍कीम के तहत देश के लगभग 10 करोड़ परिवारों को कवर करने की है. अभी इस स्‍कीम के तहत देश के सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
  हर परिवार को मिलेगा 5 लाख सालाना बीमा
>> राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत आने वाले हर परिवार को 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा (health insurance) कराया जाएगा. इस बीमा कवर से आप छोटे और बड़े सभी तरह के अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे.

>> परिवार चाहे जितना बड़ा हो, उसके हर सदस्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत लाभ मिलेगा. महिला-पुरुष, बच्चे-बूढे सब इस योजना के लाभार्थी हो सकते है. उम्र की भी कोई सीमा नहीं है.

>> अस्पताल में भर्ती होने के पहले के स्वास्थ्य संबंधी खर्चे (pre hospitalisation expenses) और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद के खर्चे (post-hospitalisation expenses) भी इसमें शामिल होंगे.
> पॉलिसी लेने के पहले दिन से ही ये सारी सुविधाएं मिलने लगेंगी. अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आने जाने का भत्ता (निर्धारित दर पर परिवहन भत्ता-transport allowance) भी दिया जाएगा.

Sourece-: hindi.news18.com

सोमवार, 16 जुलाई 2018

बारिश का मजा दोगुना कर देगी ये रेसिपी

आलू चाट




सामग्री

उबले आलू- 3 कटे हुए
टमाटर- 1 (बारीक कटा हुआ)
हरा धनिया-  बारीक कटा 
सेव- 2 टेबल स्पून
तेल- 1 टेबल स्पून
धनिया पाउडर- आधा छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर- एक चौथहि छोटी चम्मच से कम
अदरक- आधा इंच बारीक कटा हुआ
हरी मिर्च- 1 बारीक कटी
नमक- स्वाद अनुसार
भुना जीरा पाउडर- आधा छोटी चम्मच
चाट मसाला- एक चौथहि छोटी चम्मच
काला नमक- एक चौथहि चम्मच से कम
हरे धनिया की चटनी- 2 छोटी चम्मच
मीठी चटनी- 2 छोटी चम्मच

विधि 

 आलू चाट बनाने के लिए सबसे पहले  गरम पैन में तेल डाल दीजिए। तेल के गरम होते ही, पैन में बारीक कटा अदरक तथा हरी मिर्च़ डाल दीजिए और हल्का सा भून लीजिए। फिर, इसमें धनिया पाउडर डालकर जरा सा भून लीजिए।
इसके बाद, टमाटर, नमक, काला नमक, लाल मिर्च पाउडर और आलू मसाले में मिक्स करते हुए डालिए। साथ ही भुना जीरा पाउडर, चाट मसाला, हरे धनिये की चटनी और मीठी चटनी भी डाल दीजिए। सारी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिलने तक मिक्स कर लीजिए और गैस बंद कर दीजिए।
फिर, इसमें बारीक कटा हरा धनिया डालिए और मिला दीजिए। चाट बनकर तैयार है, इसके ऊपर थोड़ा सा हरा धनिया और सेव डालकर गार्निश कर दीजिए।