भारतीय वायुसेना का गठन ब्रिटिश कालिन भारत में रॉयल एयरफोर्स के एक सहायक हवाई दल के रुप में किया गया था।इसकी स्थापना ८ अक्टूबर १९३२ को की गयी थी। आजादी (१९५० में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था भारतीय वायुसेना (Air Force) स्कीन कमेटी (Skeen Committee) द्वारा १९२६ ई. में की गई सिफारिश के आधार पर १ अप्रैल १९३३ में भातीय वायुसेना का गठन किया गया। कुछ वापिटि (Wapiti) विमानों, क्रानवेल (Cranwel) प्रशिक्षित कुछ उड़ाकों तथा वायुसैनिकों (airmen) के छोटे से दल से इस सेना ने कार्यारंभ किया।
आज़ादी के पश्च्यात भारत दो भागों, भारत संघ व डोमिनियन ऑफ़ पाकिस्तान, में बांट दिया गया। भौगोलिक विभाजन के बाद वायुसेना भी दोनो देशों में बांट दी गई। भारत कि वायुसेना का नाम रॉयल इंडियन एयरफोर्स ही रहा पर दस में से तीन स्कवॉड्रन और कार्यालय जो पाकिस्तान में चले गए थे वह रॉयल पाकिस्तान एयरफोर्स में शामिल कर लिए गए।[11] रॉयल इंडियन एयरफोर्स का चिन्ह एक अंतरिम 'चक्र' अशोक चक्र से व्युत्पन्न चिन्ह से बदल गया था।
भारतीय वायुसेना का प्रमुख अधिकारी चीफ ऑफ एअर स्टाफ (Chief of Air Staff) कहलाता है और इसका पद चीफ एअर मार्शल (Air Marshal) का होता है। वायुसेना का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है, जिसके द्वारा संपूर्ण संगठन पर नियंत्रण रखा जाता है। चीफ ऑफ एअर स्टाफ की सहायता के लिए एअर मार्शल तथा वाइस एअर मार्शल (Vice Air Marshal), या एअर कमोडोर (Air Commodor) पद के मुख्य चार स्टाफ अफसर (staff officers) होते हैं। ये ही वायुसेना की प्रमुख शाखाओं पर नियंत्रण रखते हैं।
सक्रिय - ८ अक्टूबर १९३२
वर्तमान राष्ट्र - भारत
विस्तार - १,५०,००० सक्रिय सैनिक १,३०० विमान
का प्रतिनिधित्व करता है - रक्षा मंत्रालय,भारतीय सशस्त्र सेना
मुख्यालय - नई दिल्ली, भारत
आदर्श वाक्य - नभःस्पृशं दीप्तम्[2]
रंग - गहरा नीला, हलका नीला और सफेद
वर्षगाँठ - वायु दिवस: ८ अक्टूबर[3]
सेनापति
वायुसेना का मुख्यालय निम्नलिखित चार मुख्य शाखाओं में विभक्त है :
(१) एअर स्टाफ (Air Staff) शाखा,
(२) प्रशासनिक शाखा,
(३) अनुरक्षण (Maintenance) शाखा तथा
(४) कार्यनीति एवं योजना (Policy and Plans) शाखा।
एअर स्टाफ शाखा
इस शाखा के अंतर्गत निम्नलिखित निदेशालय हैं : सिगनल, प्रशिक्षण (Training), प्रासूचना (Intelligence), मौसम विज्ञान और सहायक एवं रिजर्व (Auxiliary and Reserve)।
प्रशासनिक शाखा
इस शाखा में निम्नलिखित निदेशालय हैं : संगठन, (Organization), कार्मिक (Personnel), चिकित्सा व्यवस्था लेखा, कार्मिक सेवा, वायुसेना निर्माण (Airforce, Works), मुख्य अभियंता, वायुसेना खेलकूद, नियंत्रक बोर्ड तथा जज-एडवोकेट। इनमें चिकित्सा व्यवस्था और लेख विभाग विशेष महत्व के हैं।
कमान तथा फौजी काररवाई (Command and Operations)
वायुसेना के मुख्यालय के अंतर्गत चार प्रधान विरचनाएँ (formations) हैं, जिन्हें कमान कहते हैं। वायुसेना की कुछ यूनिटों के अतिरिक्त अन्य सभी यूनिटें इन कमानों के अंतर्गत आती हैं। देश के विभिन्न भागों में स्थित विंगों (wings) एवं केंद्रों (stations) के द्वारा कमान वायुसेना पर अपना नियंत्रण रखता है। प्रत्येक विंग एवं केंद्र के अंतर्गत अनेक उड़ान, प्रशिक्षण, तकनीकी एवं स्थैतिक यूनिटें रहती हैं। उपर्युक्त चार कमानें निम्नलिखित हैं :
(१) फौजी कार्यवाही कमान, (२) प्रशिक्षण कमान, (३) अनुरक्षण कमान तथा (४) ईस्टर्न एअर कमान (Eastern Air Command)। १९५२ ई. में संसद् द्वारा रिज़र्व एंड ऑक्ज़िलियरी एअर फोर्स ऐक्ट पारित किया गया। इस ऐक्ट का पालन करने के लिए निम्नलिखित सात स्क्वाड्रनों का गठन किया गया : ५१ नं. (दिल्ली), ५२ नं. (बंबई), ५३ नं (मद्रास), ५४ नं. (उ. प्र.), ५५ नं. (बंगाल), ५६ नं. (उड़ीसा) और ५७ नं. (पंजाब)।
वायुसेना के पद
वायुसेना के कमीशन अफसरों के निम्नलिखित पद है :
चीफ एअर मार्शल, एअर मार्शल, एअर वाइस मार्शल, एअर कमोडोर, ग्रुप कैप्टन विंग कमांडर, स्क्वॉड्रन लीडर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट, फ्लाइंग अफसर तथा पाइलट अफसर।
उपर्युक्त पदों के अतिरिक्त अन्य अधिकारियों के पद निम्नलिखित हैं :
मास्टर वारंट अफसर, वारंट अफसर, फ्लाइट सारजेंट, सारजेंट कार्पोरल, लीडिंग एअरक्राफ्ट मैन, एअरक्राफ्ट मैन क्लास १ तथा एअरक्राफ्ट मैन क्लास २।
भारतीय वायु सेना के रैंक' - अधिकारी रैंक