गुरुवार, 3 मार्च 2016

राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना(RSBY)

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राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना






Rashtriya swasthya bima yojana rsby hindi भारत सरकार का उद्देश्य है कि वे अपनी जनता को एक सामाजिक सुरक्षा व स्वस्थ जीवन दें, जिसके लिए सरकार हमेशा कुछ न कुछ नयी योजना लेकर आती रही है. राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना (RSBY) भारत सरकार द्वारा निकाली गई ऐसी योजना है जिसके तहत गरीबों का मेडिकल इंशोरेंस कराया जाता है, ये कैशलेस स्वास्थ्य बीमा सरकारी व प्राइवेट दोनों हॉस्पिटल में होता है. यह योजना कांग्रेस सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2008 को देश के 25 राज्यों में शुरू की गई थी. फ़रवरी 2014 तक इस योजना के अन्तर्गत भारत के 36 लाख परिवार ने अपना नाम इस योजना में पंजीकृत कराया था. शुरुवात में इस योजना को सरकारी लेबर मंत्रालय व कर्मचारी के साथ शुरू किया गया था, लेकिन अप्रैल 2015 से इसे स्वास्थ व पारिवारिक मंत्रालय के तहत चलाया जा रहा है.

राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना

Rashtriya Swasthya Bima Yojana (RSBY)

इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे आने वालो को स्वस्थ जीवन देना है. देश में ऐसे बहुत से परिवार है जो गरीबी के चलते अपना इलाज नहीं करा पाते है, ऐसे ही लोगों की परेशानी दूर करने के लिए ये योजना है. योजना के अन्तर्गत पहले सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे आने वाले पंजीकरन करा सकते थे, लेकिन अब इसका लाभ ये सब लोग भी उठा सकते है-
  • बिल्डिंग व निर्माण करने वाले कर्मचारी
  • रेलवे कुली (जिनके पास लाइसेंस है)
  • फूटपाथ विक्रेता
  • MNREGA कर्मचारी
  • बीड़ी कर्मचारी
  • घरेलु कर्मचारी
  • स्वछता कर्मचारी
  • माइन कर्मचारी
  • रिक्शा चलाने वाले
  • कूड़ा बीनने वाले
  • ऑटो/टैक्सी चलाने वाले
योजना बनाते समय इसमें पार्टनर के तौर पर केन्द्रीय सरकार व प्रदेश सरकार दोनों ने मिलकर काम किया व इन्वेस्ट किया था. योजना बनाते समय इसका टारगेट 70 लाख परिवार को इस योजना का लाभ देना है, जिसे 5 साल की योजना (2012 – 2017) के तहत बनाया गया है. इस योजना के तहत आपको जब चाहें पैसा मिलेगा, अपनी पसंद के हॉस्पिटल में इलाज, प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज, कैशलेस सर्विस मिलेगी. ये सब सर्विस उनको मिलेंगी जिन्होंने पंजीकरण करने समय सारी जानकारी अच्छे से भरी होगी.
राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना (RSBY) मुख्य लक्ष्य 
  1. आपतिजनक परिस्तिथि में आर्थिक सुरक्षा देना
  2. गरीबी रेखा से नीचे आने वालों को एक अच्छी स्वास्थ सेवा देना, जिससे देश में स्वास्थ दर में वृद्धि हो, व अच्छे स्वास्थ केंद्र व हॉस्पिटल का निर्माण हो.
राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना (RSBY) का विवरण 
राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना के तहत लाभ उठाने वाले ग्राहक के परिवार को प्रति वर्ष हॉस्पिटल खर्चे के रूप में टोटल 30 हजार रूपए दिए जायेंगें, जो कि प्रत्येक फॅमिली को दिया जायेगा, यह खर्च सीरियस बीमारियों के लिए ही दिया जायेगा. इस योजना के अन्तर्गत बहुत से पैकेज उपलब्ध है जिनका चुनाव कर आगे लाभ उठाया जा सकता है. पैकेज अलग अलग बीमारियों के हिसाब से बनाये गए है. सरकार ने बहुत से ऐसे पैकेज रेट बनाये है जिसमें हॉस्पिटल का हस्तक्षेप रहता है व जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग योजना की ओर आकर्षित होते है.
योजना में उम्र की कोई सीमा नहीं है, इस योजना का लाभ कोई भी आयु वर्ग उठा सकता है. इसमें एक परिवार के 5 लोगों को लेते है, जिसमें एक परिवार का मुखिया होता है. अगर परिवार के किसी सदस्य को हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाता है, तो हॉस्पिटल फॉर्म के 100 रुपय भी इसी पैकेज के अंदर आयेंगें, 1 साल में इसके लिए 1 परिवार को ज्यादा से ज्यादा 1000 रूपए मिलेंगें. योजना में पंजीकरण करने के लिए 1 परिवार को अपने सभी सदस्य के लिए सिर्फ 30 रुपय देना होगा, जो सालाना फीस होगी, बाकि सब प्रदेश व केन्द्रीय सरकार भुगतान किया करेगी. 1 साल पूरा होने पर परिवार के मुखिया को इस योजना के लिए फिर से पंजीकरण कराना होगा, जिसके लिए उसे फिर 30 रुपय देने होंगे. हर प्रदेश में इस योजना को चलाने के लिए स्टेट नोडल एजेंसी (SNA) बनाई गई है, जो योजना को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती है व इंश्योरेंस कंपनी, हॉस्पिटल, जिलाधिकारी व लोकल धारकों से बातचीत कर उनके काम में मदद करती है.
राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना (RSBY) की विशेषताएं
भारत सरकार द्वारा यह पहली बार नहीं है कि गरीबों के लिए स्वास्थ्य योजना चलाई जा रही है. पहले की सरकार ने भी ऐसी योजना से गरीबों का भला चाहा था लेकिन वे आकर चली भी गई और पता भी चला. पुरानी स्वास्थ्य योजना की गलतियों से सीखकर अब की बार सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना (RSBY) बनाई है. इसमें क्या विशेषताएं हैं आइये जाने –
  • लाभार्थी को सशक्त बनाना – RSBY योजना के तहत धारक को यह अधिकार है कि वह प्राइवेट व सरकारी हॉस्पिटल में से अपने लिए बेहतर हॉस्पिटल चुन सके. योजना बीमा कंपनियों के साथ मिलकर हॉस्पिटल को भी मौका देती है कि जिससे उसे भी पैसा मिले.
  • धारकों के लिए काम का जरिया – योजना सामाजिक सेक्टर के लिए बिजनेस मॉडल तैयार करता है, जिससे हर एक हितधारकों को राशी के साथ फायदा मिल सके. इस बिजनेस मॉडल से योजना का विस्तार भी होता है व स्थिरता भी आती है.
  • बीमा कम्पनी – बीमा कंपनीयां हर एक धारक का जिसने RSBY में पंजीकरण कराया है, उसका प्रीमियम भरती है. ऐसा करने से धारक इस योजना की ओर आकर्षित होते है, और ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना से जुड़ते है.
  • हॉस्पिटल्स योजना के अंतर्गत हॉस्पिटल ज्यादा से ज्यादा धारकों को अच्छा ट्रीटमेंट देते है, सरकारी अस्पताल के पास भी इस योजना के तहत राशी होती है जो बीमा company उन्हें देती है, जिससे वो धारकों का अच्छा इलाज कर सकते है.
  • NGO – बहुत से NGO व सामाजिक संस्थान इस योजना की मदद के लिए सामने से हाथ बढ़ाते है, व ये लोगों को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करते है.
  • सरकार – हमारे देश की सरकार इतनी सक्षम है कि वे गरीबों को एक अच्छी गुणवत्ता वाला स्वास्थ्य दे सकती है. योजना के अनुसार सरकार एक परिवार के लिए सालाना 750 रूपए प्रीमियम भरती है. ऐसी योजना से सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल के बीच प्रतियोगिता बढ़ेगी जिससे आम जनता को फायदा होगा और कम से कम पैसों में अच्छा इलाज होगा.
  • सुरक्षित व फूलप्रूफ  योजना धारकों को सरकार की तरफ से स्मार्ट कार्ड मिलेगा, जिसमें सारी जानकारी होगी. यह बहुत सुरक्षित व आसन है. मैनेजमेंट ने इसे पूरी तरह से सोच समझ कर बनाया है, जिससे किसी भी धारक का कोई नुकसान ना हो और उसे अच्छी से अच्छी सेवा मिले. कार्ड को चलाने को हक सिर्फ उसे होगा जिसके नाम पर वह होगा व उसके फिंगर प्रिंट के बाद ही कार्ड खुल सकेगा.
  • पोर्टेबिल्टी  RSBY धारक ने जिस किसी जिला से अपना पंजीकरण कराया है, वह अपने स्मार्ट कार्ड को RSBY के अन्तर्गत आने वाले देश के किसी भी हॉस्पिटल में अपना इलाज करा सकता है. यह योजना बहुत यूनिक है जो गरीबों के बहुत काम की है, वे जब चाहें जहाँ चाहें इसका उपयोग कर सकते है.
  • कैशलेस व बिना पेपर का काम  धारक को RSBY के अन्तर्गत आने वाले किसी भी हॉस्पिटल में कैशलेस का फायदा मिलेगा. धारक को बस अपने साथ अपना स्मार्ट कार्ड रखना होगा जिसके लिए उसका फिंगर वेरीफिकेशन होगा. धारक को बीमा कंपनी को बीमारी के किसी भी कागज को देने व दिखाने की जरुरत नहीं होगी. उनको बस ऑनलाइन क्लेम करना होगा जिससे खाते में खुद पैसा आ जायेगा.
कौन होगा धारक – गरीबी रेखा से नीचे आने वाला कोई भी परिवार जिसका नाम जिला में प्रदेश सरकार द्वारा लिखित है, इस योजना का फायदा उठा सकते है. योग्य परिवार को नामांकन करने के लिए उसके केंद्र जाना होगा, वहां सब जानकारी देकर वो पंजीकरण करा सकता है.

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